
ये 5 सुपरफूड्स बच्चों की डाइट में शामिल करें जो खाने में स्वादिष्ट और पोषक तत्व से भरपुर हो।
आजकल के बच्चे, बर्गर, और कोल्ड ड्रिंक्स जैसे जंक फूड के दीवाने होते जा रहे हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि 5 साल से 12 साल की उम्र बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है?
ऐसे में उनकी डाइट में पोषक तत्वों की कमी न हो, इसके लिए जरूरी है कुछ “सुपरफूड्स”जिसे डाइट में शामिल करके न सिर्फ बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ेगा,
बल्कि उनकी याददाश्त और एनर्जी लेवल भी बूस्ट होगा ।
आइए जानते हैं इन 5 जबरदस्त सुपरफूड्स के बारे में जिन्हें आप आसानी से बच्चों की डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं!
1.अंडे (Eggs):
जो प्रोटीन और ब्रेन पावर का पावरहाउस है।
क्यों है जरूरी?
अंडे को “नेचर का मल्टीविटामिन” कहा जाता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन B12, आयरन, और कोलीन होता है, जो बच्चों के दिमाग को विकास में मदद करता है।
कैसे दें इसे?
- सैंडविच या परांठे में ऑमलेट बनाकर दें।
- उबले अंडे को सलाद के साथ मिक्स करके दें।
- या बच्चों को अंडे की भुर्जी में हल्की हल्दी डालकर दें ।
जिसे खाने के लिए बच्चे मना भी नहीं करेंगे।
2.ओट्स (Oats)।
जो फाइबर और एनर्जी का राजा है।
क्यों जरूरी है?
ओट्स में बीटा-ग्लूकन नामक फाइबर होता है, जो पाचन को दुरुस्त रखता है। साथ ही, इसमें आयरन और जिंक जैसे मिनरल्स बच्चों की ग्रोथ के लिए जरूरी होता हैं।
इसे कैसे दें?
- ओट्स का हलवा बनाकर दें।
- ओट्स-बनाना पैनकेक या चीला भी दें।
- ओट्स को दूध और फलों के साथ मिलाकर मील के रूप में भी दें सकते हैं।
सावधानी:
पैकेट वाले फ्लेवर्ड ओट्स में शुगर ज्यादा होती है।
3.दही (Curd)।
हेल्थ और कैल्शियम का खजाना है ।
क्यों जरूरी है?
दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स पेट के बैक्टीरिया को हेल्दी रखते हैं, और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है।
इसे कैसे दें?
- फ्रूट : दही में सेब, केला, या स्ट्रॉबेरी मिलाकर दें सकते हैं।
- रायता या छाछ के रूप में।
- स्मूदी बनाकर (दही + शहद + ओट्स
4.अखरोट और बादाम (Walnuts & Almonds)।

ब्रेन बूस्टर नट्स है।
बच्चों के लिए ये बेहद जरूरी है ।
अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड और बादाम में विटामिन E होता है, जो बच्चों की याददाश्त और कॉन्संट्रेशन पावर बढ़ाते हैं।
इसे देने का तरीका।
रातभर बादाम भिगोकर सुबह छीलकर दें।
- नट्स को पीसकर हलवे या शेक में मिलाएं।
- होममेड ग्रेनोला बार बनाकर भी दें।
सावधानी
छोटे बच्चों को पूरा नट नही देना चाहिए ।
5.हरी पत्तेदार सब्जियां (Leafy Greens)।
जिसमें आयरन और विटामिन्स का भंडार होता हैं।
इससे क्या होगा?
पालक, मेथी, और बथुआ में आयरन, फोलेट, और विटामिन K होता है, जो खून की कमी दूर करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
इसे देने का तरीका।
पालक का परांठा या पूरी बनाकर।
- सूप बनाकर (पालक-टमाटर का सूप)।
- मेथी को आटे में मिलाकर रोटी बनाकर इसे दें।
अगर बच्चा हरी सब्जियां नहीं खाता है, तो उसे सब्जी उगाने में शामिल करें—वो खुद उसे खाना चाहेगा!
क्या आप जानते हैं कि हर बच्चों में क्रिएटिविटी होता है। click here
बच्चों की डाइट से जुड़ी 5 कॉमन गलतियां और समाधान।

- बच्चों को जबरदस्ती नहीं खिलाना चाहिए ।
समाधान: बल्कि छोटे-छोटे बाइट्स में नए फूड्स देना चाहिए। - जूस पर निर्भरता रहना ।
समाधान: फलों का जूस निकालने की बजाय उन्हें सीधे खाने के लिए दिजिए। - ब्रेकफास्ट नहीं करना।
समाधान: रात को ही ब्रेकफास्ट प्लान कर लें (जैसे ओट्स या पोहा) इत्यादि। - चीनी की जरूरत से अधिक।
समाधान: मीठे के लिए गुड़, शहद, या खजूर का इस्तेमाल करिए । - पानी कम पीना।
समाधान: उनके पानी की बोतल को स्टिकर या कार्टून से सजाएं।
FAQ: बच्चों की डाइट से जुड़े सवाल।
Q1. बच्चा खाने में बहुत नखरे करता है, क्या करूं?
- जवाब: उसे खाना बनाने में शामिल करें—जैसे सब्जी धोना या चपाती बनाना।
Q2. क्या बच्चों को प्रोटीन पाउडर देना सही है?
जवाब है नहीं! इसे प्राकृतिक स्रोत (दाल, दूध, पनीर) बेहतर हैं।
Q3. शाम की भूख मिटाने के लिए क्या दें?
जवाब: भुने चने, मखाने, या फ्रूट चाट दें।
Q4. बच्चा दूध नहीं पीता, कैल्शियम की कमी कैसे पूरी करें?
जवाब: दही, पनीर, तिल के लड्डू, या रागी के व्यंजन दें।
निष्कर्ष:
पोषण ही है समाधान है।
बच्चों की डाइट में ये 5 सुपरफूड्स शामिल करना है। बस थोड़ी सी रचनात्मकता और सही समझदारी की जरूरत है।
याद रखें, “बचपन में डाली गई अच्छी आदतें जीवनभर काम आती हैं!” तो क्यों न आज ही अपने बच्चे की प्लेट को पोषण से भरपूर बनाना शुरू करें?