गर्मी का मौसम आते ही बच्चों में स्वस्थ संबंधी समस्या शुरू हो जाता है, चिलचिलाती धूप और लू का थपेड़ा उनकी सेहत के लिए खतरा बन सकता है। WHO के मुताबिक, हर साल 60,000 से ज्यादा बच्चे गर्मी से जुड़ी बीमारियों का शिकार होते हैं। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे बच्चों को न सिर्फ हाइड्रेटेड रखें, बल्कि गर्मी के प्रभावों से भी बचाएं। यहां हम आपको बताएंगे कैसे आप अपने बच्चे को गर्मी में सुरक्षित, स्वस्थ और एक्टिव रख सकते हैं।
गर्मी में बच्चों को होने वाली 5 स्वस्थ समस्या और उनका समाधान।
1. डिहाइड्रेशन (पानी की कमी):
लक्षण: होंठ सुखना, चिड़चिड़ापन होना, कम पेशाब आना स्वस्थ समस्या हैं।
समाधान; हर 1-2 घंटे में बच्चे को पानी पिलाएं। ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्ट (ORS) घर पर बनाएं।
2.हीट स्ट्रोक (लू लगना):
लक्षण: तेज बुखार, चक्कर आना, उल्टी। समाधान: तुरंत ठंडे स्थान पर ले जाएं। गीले कपड़े से शरीर पोंछें।
3. सनबर्न (त्वचा झुलसना)
लक्षण: त्वचा लाल हो जाना, जलन या छाले। समाधान : एलोवेरा जेल लगाएं। SPF 50+ सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
4. फूड पॉइजनिंग (खाने से संक्रमण):
लक्षण: पेट दर्द, दस्त, या उल्टी होना। समाधान: बाहर का कटा हुआ फल या जूस न दें। घर का बना ताजा खाना खिलाएं।
5. आंखों में इंफेक्शन:
लक्षण: आंखें लाल हो जाना, या खुजली होना। समाधान: धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें। बार-बार आंखें न छुएं।
बच्चों को गर्मी से कैसे बचाएं 10 आसान उपाय।
1. हाइड्रेशन जरूरी है।
पानी: 1-3 साल के बच्चे को स्वस्थ के लिए दिन में 4-5 गिलास, और 4-8 साल को 6-8 गिलास पानी दें। घर में ड्रिंक्स बनाएं: नींबू पानी, छाछ, या फलों का शरबत (आम, तरबूज) बनाकर बच्चों को दें। फन आइडिया: बच्चे को कलरफुल बोतल दें और पानी पीने पर कुछ इनाम दें।
2. धूप से बचाने का सही तरीका।
सनस्क्रीन: बाहर निकलने से 20 मिनट पहले SPF 50+ लगाएं। हर 2 घंटे बाद दोबारा लगाएं। टाइमिंग: सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में नहीं निकलने का प्रयास करें। हल्के कपड़े : हल्के रंग के, ढीले सूती कपड़े पहनाएं। धुप में जाने से पहले टोपी या छाता जरूर दें।
3. डाइट में तरबुज, खीरा, ककड़ी, नारियल पानी शामिल करें।
फल: तरबूज, खीरा, संतरा (पानी की कमी पूरी करें)। सब्जि : ककड़ी, लौकी, पालक (हल्की और पचने में आसान)। नारियल पानी: ये इलेक्ट्रोलाइट्स का प्राकृतिक स्रोत है। अवॉइड करें: तला-भुना, स्ट्रीट फूड, और कोल्ड ड्रिंक्स।
4. हल्का सुती कपड़ा पहनाएं।
फैब्रिक: सूती या लिनन चुनें। सिंथेटिक कपड़े पसीना रोकते हैं। रंग: हल्का रंग (सफेद, हल्का नीला) गर्मी कम सोखते हैं। फुटवियर: गर्मी में कॉटन के जूते पहनाएं।
5. गर्मि में इंडोर एक्टिविटीज ही करवाएं।
DIY प्रोजेक्ट्स: घर पर स्लाइम बनबाएं , पेंटिंग कराएं, या क्राफ्ट करबायें। गेम्स: पजल, बोर्ड गेम्स, या किचन गार्डनिंग सिखाएं। एजुकेशनल वीडियोज: नैचर डॉक्यूमेंट्री देखकर सीखने को कहें।
6. बाहर खेलते समय बच्चों पर ध्यान दें।
पार्क टाइम सेट करें शाम 5 बजे के बाद ही घर से बाहर ले जाएं। पानी वाले खेल करबायें: स्विमिंग या स्प्रिंकलर के नीचे खेलने दें। सावधानी: बच्चे को पूल या नदी में अकेले न जाने दें।
7. एसी और कूलर का सही इस्तेमाल करें।
तापमान: एसी 24-26°C पर सेट करें। रोज कूलर में पानी बदलते रहें। कभी कभी नो-एसी टिप्स भी आजमाएं: गीले पर्दे लगाएं, पंखे के सामने बर्फ रखें।
8. नहाने में समय दें।
फ्रिक्वेंसी: दिन में 2 बार नहाने दें।(सुबह और शाम)। प्रोडक्ट्स: माइल्ड सोप या नीम युक्त लोशन का इस्तेमाल करें। हेयर केयर: गर्मीयो में गीले बालों में तेल नहीं लगायें।
9. ट्रैवल के दौरान सावधानी बरतें।
कार में: सनशेड लगबाएं, पानी की बोतल और फल साथ में रखें। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बच्चे को हल्के कपड़े पहनाएं।
10. गर्मी के लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
अगर बच्चे में स्वस्थ संबंधी समस्या हो तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत, या बेहोशी के लक्षण दिखें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
गर्मी में बच्चों के लिए हेल्दी डाइट चार्ट।
समय खाने का आइडिया
सुबह 7 AM ओट्स दलिया + संतरे का जूस 10 AM तरबूज के टुकड़े + नारियल पानी दोपहर 1 PM मूंग दाल खिचड़ी + दही 4 PM सत्तू का शरबत + भुने चने रात 7 PM रोटी + लौकी की सब्जी + छाछ
FAQ: गर्मी में बच्चों की देखभाल से जुड़े सवाल
Q1. बच्चे को ठंडा पानी पिलाना सही है? Ans: नहीं! नॉर्मल पानी दें। ठंडा पानी गले में इंफेक्शन का कारण बन सकता है।
Q2. बच्चे की नींद गर्मी में कम हो गई है, क्या करूं? Ans: कमरे को ठंडा रखें। सोने से पहले गुनगुने पानी से नहलाएं।
Q3. बच्चा खाना नहीं खा रहा, कैसे पोषण दें? Ans: फलों का सलाद, स्मूदी, या ठंडी लस्सी दें।
Q4. यात्रा के दौरान क्या सावधानियां बरतें? Ans: हैट, पानी, और वेट वाइप्स साथ रखें।
निष्कर्ष:
गर्मी के दिनों में बच्चों को स्वस्थ रख सकते हैं। खेल और मस्ती का समय हो सकता है, बशर्ते उनकी सेहत का ध्यान रखा जाए। थोड़ी सी सावधानी और तैयारी से आप अपने बच्चे को हीटवेव और बीमारियों से बचा सकते हैं।