गर्मी की छुट्टियाँ आ गई है और छात्र घर मे बैठकर बोर हो रहे हैं तो आज हम बताने जा रहे हैं Summer Vacation Plan for Students यह छात्र के लिए एक सुनहरा मौका होती हैं—न सिर्फ मस्ती करने के लिए, बल्कि खुद को बेहतर बनाने का भी। इस गर्मियाँ कुछ खास हैं, जब स्कूल की पढ़ाई से थोड़ी राहत मिली है, तब बेस्ट मौका है कि पेरेंट्स अपने बच्चों के इंटेलिजेंस को मजेदार तरीकों से बेहतर बना सकते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि इन छुट्टियों में आपका बच्चा कुछ नया सीखे, बल्कि उसकी सोचने-समझने की क्षमता भी विकसित हो तो यहां कुछ ऐसे शानदार आइडियाज दिए गए हैं कि इस बार की छुट्टियाँ कैसे खास बनें, तो यह ब्लॉग आपके लिए है। इसमें हम बताएँगे एक ऐसा समर वेकेशन प्लान, जो बच्चों को मनोरंजन, शिक्षा और विकास के तीनों मोर्चों पर आगे बढ़ाएगा।
सबसे पहले हम जानते है कि गर्मी की छुट्टि क्यों ज़रूरी हैं?
गर्मी की छुट्टि छात्रों के लिए सिर्फ स्कूल से ब्रेक नहीं देती है, बल्कि यह समय होता है:
- बच्चों के लिए नए कौशल सीखने का।
- उनके अपने शौक़ पूरे करने का।
- अपने पेरेंट्स के साथ समय बिताने का।
- अपनी मानसिक और शारीरिक विकास बढ़ाने का।
- और नई AI तकनीक सिखने का।
लेकिन अगर आपने समय की सही योजना नही बनाएं है तो ये छुट्टियाँ सिर्फ टीवी और मोबाइल में निकल जाएगी। इसीलिए एक ठोस “Summer Vacation Plan for Students” ज़रूरी है।

Summer Vacation Plan for Students (6 से 16 साल के बच्चों के लिए)
समय | गतिविधि |
---|---|
सुबह 6:30 – 7:30 | योगा / वॉक / साइकलिंग |
7:30 – 8:00 | नाश्ता |
8:00 – 9:00 | पढ़ाई / होमवर्क |
9:00 – 10:30 | कोई नया कोर्स (ऑनलाइन/ऑफलाइन) |
10:30 – 11:30 | क्रिएटिव टाइम (ड्राइंग, म्यूजिक, क्राफ्ट) |
11:30 – 1:00 | फ्री टाइम / खेल |
1:00 – 2:00 | लंच और रेस्ट |
2:00 – 4:00 | कहानी/पुस्तकें पढ़ना / फिल्म देखना |
4:00 – 6:00 | आउटडोर गेम्स |
6:00 – 7:00 | फैमिली टाइम |
7:00 – 8:00 | डिनर |
8:00 – 9:00 | शांत समय / ध्यान / कहानियाँ |
इस बार कुछ नया सीखें?
कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
अब स्कूल में कोडिंग एक बड़ा विषय बन चुका है। गर्मी की छुट्टियों में कोडिंग सीखना बच्चों के लिए भविष्य की तैयारी करने जैसा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक तकनीक है जिसमें कंप्यूटर इंसानों की तरह सोचने, सीखने और निर्णय लेने में सक्षम होता है। AI का उपयोग आज के समय में हेल्थकेयर, शिक्षा, गेमिंग, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन जैसे क्षेत्रों में हो रहा है। कोडिंग के माध्यम से ही AI के मॉडल और एप्लिकेशन बनाए जाते हैं। बच्चों को यदि शुरू से कोडिंग सिखाई जाए, तो वे भविष्य में AI जैसी आधुनिक तकनीकों में आगे बढ़ सकते हैं। AI हमारे जीवन को आसान बनाता है, लेकिन इसके सही उपयोग की समझ भी जरूरी है।
पर्सनल फाइनेंस और मनी मैनेजमेंट ।
बच्चों को पर्सनल फाइनेंस की समझ देना जीवन भर उसके लिए फायदेमंद होता है। उन्हें छोटी उम्र से ही बचत की आदत डालना सिखाना चाहिए, जैसे गुल्लक में पैसे जमा करना। जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए, तो उसे जेब खर्च देना शुरू करें और समझाएँ कि इस पैसे का सही उपयोग कैसे करें। उन्हें यह सिखाएँ कि हर चीज तुरंत खरीदना ज़रूरी नहीं, कुछ चीजों के लिए इंतज़ार करना और पैसे जोड़ना भी जरूरी होता है। कहानी या गेम के ज़रिए निवेश, करना बताएं , और दान के बारे में भी समझाई जा सकती हैं। इससे बच्चा जिम्मेदार और समझदार बनता है और भविष्य में बेहतर आर्थिक निर्णय ले पाता है।

किताब पढ़ने का आदत।
हर बच्चे को गर्मियों में कम से कम 3-5 किताबें पढ़नी चाहिए। उन्हें हर शाम को रोमांचित करने वाली किताब पढ़ने को कहें। इससे बच्चों के मन में किताब पढ़ने के प्रति जिज्ञासा बढ़ेगी।बचपन से किताब पढ़ने की आदत बच्चों के मानसिक विकास में सहायक है। इससे उनकी कल्पनाशक्ति तेज़ होती है, शब्दों का भंडार बढ़ता है और सोचने-समझने की शक्ति भी बढ़ती है। रोज़ाना 15-20 मिनट कहानी की किताब या बच्चों की पत्रिका पढ़ना उन्हें अनुशासन और ध्यान केंद्रित करने की आदत सिखाता है। माता-पिता को चाहिए कि वे खुद भी बच्चों के साथ बैठकर पढ़ें, ताकि बच्चा प्रेरित हो। रंग-बिरंगी चित्रों वाली किताबें पढ़ने के प्रति रुचि जगाती हैं। यह आदत न सिर्फ उनके पढ़ाई में मदद करती है, बल्कि आगे चलकर एक अच्छी आदत भी बन जाती है।
क्रिएटिव राइटिंग / ब्लॉगिंग।
क्रिएटिव राइटिंग और ब्लॉगिंग बच्चों की सोचने और अभिव्यक्ति की क्षमता को निखारने का बेहतरीन तरीका है। जब बच्चे अपनी कल्पना से कहानियाँ, कविताएँ या अनुभव लिखता है, तो उसका आत्मविश्वास और भाषा कौशल दोनों बढ़ते हैं। यह आदत उन्हें विचारों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना सिखाती है, जो पढ़ाई और जीवन दोनों में काम आती है। बच्चों को ऑनलाइन ब्लॉग लिखने या डायरी में नियमित लिखने के लिए प्रेरित करें। आप उनके लेखन को सराहें और घर या स्कूल में शेयर करें, ताकि उन्हें प्रेरणा मिले। यह आदत आगे चलकर उनके करियर के लिए भी फायदेमंद हो सकती है, खासकर कंटेंट क्रिएशन, मीडिया या राइटिंग फील्ड में।
नई भाषा सीखना।
बच्चों में नई भाषा सीखना बच्चों के मानसिक विकास को तेज़ करता है और उनकी याद करने की क्षमता को मजबूत बनाता है। यह न सिर्फ उनके संचार कौशल को बेहतर बनाता है, बल्कि उन्हें दुनिया के प्रति एक नया नजरिया भी देता है। जब बच्चा दूसरी भाषा सीखता है, तो वह दूसरों की संस्कृति और सोच को भी समझने लगता है, जिससे उसमें सहानुभूति और सामाजिक समझ विकसित होती है। आजकल कई ऐप्स, गेम्स और वीडियो के ज़रिए भाषा सीखना आसान और मज़ेदार हो गया है। माता-पिता चाहें तो बच्चे को सप्ताह में कुछ घंटे अंग्रेज़ी, फ्रेंच या कोई क्षेत्रीय भाषा सिखाने में मदद कर सकते हैं। यह आदत भविष्य में शिक्षा, नौकरी और यात्रा के अवसरों को भी बढ़ाती है।
प्रकृति से जुड़ना बढ़ाएँ।
बच्चों का प्रकृति से जुड़ना न केवल उनकी सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि मानसिक शांति और रचनात्मक सोच के लिए भी ज़रूरी है। जब बच्चे पेड़-पौधों, पक्षियों, और खुले आसमान के बीच समय बिताते हैं, तो वे ध्यान केंद्रित करना, सवाल पूछना और चीज़ों को महसूस करना सीखते हैं। सुबह की सैर, बगीचे में काम करना, या पक्षियों को निहारना जैसी आदतें उन्हें प्रकृति से जोड़ती हैं। यह जुड़ाव उनमें जिम्मेदारी, पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और धैर्य जैसे गुण भी विकसित करता है। माता-पिता बच्चों को वीकेंड पर पिकनिक, ट्रैकिंग या स्थानीय नेचर पार्क में ले जाकर इस आदत को बढ़ावा दे सकते हैं। प्रकृति से जुड़ा बच्चा जीवन के प्रति अधिक संतुलित और सकारात्मक नजरिया अपनाता है।

समर प्रोजेक्ट (School Holiday Homework)
- पर्यावरण पर चार्ट बनाना।
- फैमिली ट्री तैयार करना।
- 5 दिन का हेल्दी डाइट प्लान बनाना।
- माय ड्रीम जॉब पर 1 पेज का लेख लिखना।
- Local Heritage Site पर व्लॉग / रिपोर्ट बनाना।
कुछ मज़ेदार छुट्टी एक्टिविटीज
- बच्चों को एक दिन के लिए घर का “Chef” बनाएं।
- शाम में Family quiz रखें।
- दोस्त के साथ टैलेंट शो करवाएं।
- “No TV day” रखकर पुरानी यादों को बच्चों के साथ जीएँ।
- एक DIY science experiment घर में करें।
पैरेंट्स के लिए सुझाव
- बच्चों पर पढ़ाई का ज़ोर न डालें, पढ़ाई के तरीके को मज़ेदार बनाएँ।
- उनकी बातों को सुनें, हर दिन उनसे 15 मिनट संवाद करें फिर र्निणय लें।
- स्क्रीन टाइम को बैलेंस करें, लेकिन पूरी तरह से नहीं रोंके क्योंकि उसे प्रोजेक्ट भी करने है।
- एक्टिविटीज़ में बच्चों के साथ कभी-कभी खुद भी शामिल हों उसे अच्छा लगेगा।
- उनकी मेहनत पर तारीफ ज़रूर करें जिससे उसे प्रेरणा मिलती है।
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समर कोर्सेस के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स ।
प्लेटफ़ॉर्म | विषय |
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Byju’s | गणित, विज्ञान, सामान्य ज्ञान |
Udemy / Coursera | पेंटिंग, पब्लिक स्पीकिंग, कोडिंग |
Yellow Class | डांस, ड्राइंग, स्पीकिंग |
Khan Academy | सभी सब्जेक्ट्स (फ्री) |
Duolingo | नई भाषाएँ |

यदि यात्रा की योजना है तो:
- बच्चों से यात्रा डायरी लिखवाएं ।
- नई जगह की संस्कृति, भाषा, भोजन पर बच्चों से प्रोजेक्ट बनवाएँ।
- बच्चों को कुछ चीजें खुद पैक करने दें जिससे उसे सिखने का अवसर मिलेगा।
- ट्रैवल के दौरान सोशल मीडिया से दूरी रखें रास्ते में उसे हर जगह के बारे में जानकारी दें जिससे उसकी जिज्ञासा बढ़ेगी और वो खुशी खुशी सोशल मीडिया से दूर रहेगा।
FAQ
गर्मी की छुट्टियों में पढ़ाई और मस्ती का संतुलन कैसे बनाएँ?
उत्तर: गर्मी की छुट्टियाँ बच्चों को आराम और सीखने दोनों के लिए मौका देती हैं। समय सारणी बनाना सबसे ज़रूरी है जिसमें सुबह का समय पढ़ाई और दोपहर/शाम का समय खेल या रचनात्मक गतिविधियों के लिए तय हो। बच्चों को जबरदस्ती न करें, बल्कि उनकी रुचियों के अनुसार सीखने और खेलने का माहौल दें।
क्या छुट्टियों में सिर्फ खेलना और घूमना ठीक है?
उत्तर: खेलना और घूमना जरूरी है क्योंकि इससे बच्चे मानसिक और शारीरिक रूप से तरोताज़ा रहते हैं। लेकिन सिर्फ यही करना उचित नहीं है, क्योंकि इससे पढ़ाई से दूरी हो सकती है। बच्चों को सीखने के कुछ छोटे लक्ष्य देने चाहिए, जैसे किताब पढ़ना, नई भाषा सीखना या कोई कोर्स करना। इससे वे बिना बोझ के भी विकास कर सकते हैं।
क्या गर्मी की छुट्टियों में ऑनलाइन कोर्स करना अच्छा रहेगा?
उत्तर: हाँ, गर्मी की छुट्टियाँ ऑनलाइन कोर्स के लिए बेहतरीन समय होती हैं। इससे बच्चे घर बैठे अपनी रुचि के अनुसार कुछ नया सीख सकते हैं, जैसे – कोडिंग, पेंटिंग, लेखन या गणित सुधारना। समय बचाने और लचीलापन होने के कारण ऑनलाइन कोर्स बच्चों के लिए उपयोगी और सुविधाजनक होते हैं।
बच्चों के लिए यात्रा या आउटडोर ट्रिप कितना फायदेमंद है?
उत्तर: छुट्टियों में आउटडोर ट्रिप बच्चों को सीखने और समझने का असली अनुभव देती है। नई जगह, नई संस्कृति और अलग माहौल बच्चे की सोच और समझ को गहराई देता है। यह पारिवारिक जुड़ाव को भी मजबूत करता है और बच्चे सामाजिकता सीखते हैं। साथ ही प्रकृति से जुड़ाव और पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी पैदा होती है।
क्या छुट्टियों में बच्चे को नई आदतें सिखाना ठीक रहेगा?
उत्तर: बिल्कुल, गर्मी की छुट्टियाँ नई आदतों को शुरू करने का बेहतरीन समय होती हैं क्योंकि तब बच्चे मानसिक रूप से फुर्सत में रहते हैं। जैसे– सुबह जल्दी उठना, खुद से काम करना, किताब पढ़ना या पॉजिटिव सेल्फ-टॉक जैसी आदतें धीरे-धीरे सिखाई जा सकती हैं। इन आदतों को रोज़ाना अभ्यास और सकारात्मक प्रोत्साहन के ज़रिए मज़ेदार बनाया जा सकता है।

निष्कर्ष:
Summer Vacation Plan for Students सिर्फ पढ़ाई या मस्ती तक सीमित नहीं है। यह समय होता है अपने बच्चे को नई चीज़ें सिखाने, उसकी सोच को उड़ान देने, और परिवार के साथ यादगार पल बिताने का। गर्मियाँ इस बात का बेहतरीन अवसर होता हैं कि हम बच्चों को स्मार्ट, संवेदनशील और संतुलित इंसान बनने की राह पर ले जाएँ।
क्या आपने अपने बच्चे के लिए इस गर्मी की कोई खास योजना बनाई है? नीचे कमेंट में ज़रूर बताएँ!