बालक का सामाजिक विकास: एक गहन विश्लेषण
मानव एक सामाजिक प्राणी है। इसे बालक का सामाजिक विकास की सत्यता का आभास शिशु के प्रारम्भिक जीवन से ही मिलने लगता है। जिस प्रकार प्रौढ़ व्यक्ति विभिन्न आवश्यकताओं के लिये दूसरों पर निर्भर रहता है, उसी प्रकार बालक भी दूसरों की सहायता पर आश्रित रहता है। जैसे-जैसे बालक बड़ा होता है, उसकी दूसरों पर … Read more